WhatsApp Join Now
Telegram Join Now

HSSC CET Latest News: हरियाणा सीईटी में संशोधन के बावजूद एक ही पद के लिए कई बार ग्रुप में शॉर्टलिस्ट होगा आवेदक, पूरी खबर विस्तार से समझे

HSSC CET Latest News: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा आयोजित कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में हाल ही में कुछ संशोधन किए गए हैं। इसके बावजूद, एक ही पद के लिए कई ग्रुप में शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। यह प्रक्रिया शिक्षण और अन्य विभागीय भर्तियों के लिए लागू की गई है, जिससे उम्मीदवारों के चयन की संभावनाओं में बदलाव आया है।

हरियाणा सीईटी का मुख्य उद्देश्य सरकारी भर्तियों को पारदर्शी और सुगम बनाना है। इस प्रक्रिया के तहत, विभिन्न पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या को ध्यान में रखते हुए, उन्हें शॉर्टलिस्ट किया जाता है। पहले चार गुना शॉर्टलिस्टिंग का नियम था, लेकिन अब इसे दस गुना कर दिया गया है। यह बदलाव उम्मीदवारों को अधिक अवसर प्रदान करने के लिए किया गया है। हालांकि, इस प्रक्रिया में शिक्षण पद शामिल नहीं हैं, क्योंकि ये पहले से ही सीईटी की श्रेणी से बाहर हैं।

हरियाणा सीईटी का उद्देश्य

हरियाणा सरकार ने एचएसएससी सीईटी की शुरुआत प्रदेश में सरकारी भर्तियों की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से की थी। यह परीक्षा ग्रुप सी और ग्रुप डी की भर्तियों के लिए अनिवार्य है। उम्मीदवारों को इस परीक्षा के माध्यम से उनके ज्ञान और योग्यता के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाता है।

सरकार का मानना है कि सीईटी के माध्यम से उम्मीदवारों की योग्यता के आधार पर मेरिट सुनिश्चित होगी। परीक्षा का आयोजन राज्य स्तर पर किया जाता है, जिसमें लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। यह परीक्षा विशेष रूप से उन युवाओं के लिए फायदेमंद है जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं।

शॉर्टलिस्टिंग का नया नियम

संशोधन के बाद, एचएसएससी ने सीईटी के तहत विज्ञापित पदों के लिए 10 गुना शॉर्टलिस्टिंग का नियम लागू किया है। इसका मतलब है कि अगर किसी पद के लिए 100 सीटें हैं, तो 1000 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। हालांकि, यह नियम शिक्षण पदों पर लागू नहीं होता। शिक्षण पद पहले से ही सीईटी के दायरे से बाहर हैं।

लिखित परीक्षा से पहले सत्यापन की प्रक्रिया

लिखित परीक्षा से पहले, आयोग द्वारा शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के दावों का सत्यापन किया जाएगा। इसमें उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और अन्य जरूरी दस्तावेजों की जांच की जाएगी। सत्यापन प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल पात्र उम्मीदवार ही आगे बढ़ें।

यह भी पढे: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग कर रहा है वार्षिक परीक्षा कैलेंडर जारी करने की तैयारी

शॉर्टलिस्टिंग के नए नियम ने उम्मीदवारों को अपनी तैयारी में और अधिक गंभीर होने के लिए प्रेरित किया है। यह प्रक्रिया न केवल पारदर्शिता लाती है बल्कि उम्मीदवारों की प्रतिभा को भी उजागर करती है।

विभिन्न पदों के लिए शॉर्टलिस्टिंग का अनुपात

पिछले चार गुना शॉर्टलिस्टिंग के नियम के तहत, उम्मीदवारों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी। नए नियम के तहत, ग्रुप सी की भर्ती में 10 गुना शॉर्टलिस्टिंग का अनुपालन किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत, उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हुई है।

कुल पदशॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवार
24,42050,566

इस प्रक्रिया में विभिन्न विभागों में हजारों उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। उदाहरण के लिए, 96880 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से 50666 को शॉर्टलिस्ट किया गया। यह प्रक्रिया सभी विभागों के लिए समान रूप से लागू होती है।

परीक्षा के विशेष प्रावधान

आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में 10 गुना शॉर्टलिस्टिंग से छूट दी जा सकती है। ऐसे मामलों में भर्ती प्रक्रिया में अधिक लचीलापन प्रदान किया जाएगा।

एचएसएससी ने उन पदों पर विशेष ध्यान दिया है जहां कम आवेदन प्राप्त होते हैं। इन पदों के लिए अलग से नियम बनाए गए हैं, ताकि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए।

एचएसएससी का बयान

एचएसएससी के अनुसार, “सीईटी क्वालिफाई करने के बाद भी सभी को नौकरी पाने का अवसर नहीं मिलेगा। शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया के तहत केवल सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को ही आगे भेजा जाएगा।”

आयोग ने यह भी कहा है कि शॉर्टलिस्टिंग के नियम में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया है। यह पूरी तरह से मेरिट पर आधारित है।

उम्मीदवारों की चिंताएं

इस नए नियम से कई उम्मीदवारों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। कुछ का मानना है कि इससे सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर सुनिश्चित नहीं हो पाता। हालांकि, आयोग ने यह दावा किया है कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर है।

उम्मीदवारों का मानना है कि शॉर्टलिस्टिंग के नियम को और अधिक स्पष्ट किया जाना चाहिए। इससे उन्हें अपनी तैयारी और योजना बनाने में मदद मिलेगी।

संभावित समाधान

आयोग ने सुझाव दिया है कि यदि सीईटी क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवारों की संख्या अधिक है, तो अन्य विकल्पों पर विचार किया जा सकता है।

यह भी पढे: : 2 लाख गरीबों परिवारों को मिलेंगे 100-100 गज के प्लॉट

इसके अलावा, उम्मीदवारों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आयोग द्वारा एक हेल्पलाइन शुरू की जा सकती है। यह कदम उम्मीदवारों की चिंताओं को दूर करने में सहायक होगा।

निष्कर्ष

हरियाणा सीईटी में किए गए संशोधन और शॉर्टलिस्टिंग के नए नियम प्रदेश की भर्ती प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए हैं। हालांकि, उम्मीदवारों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए आयोग को और अधिक स्पष्टता प्रदान करने की आवश्यकता है।

सरकार और आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की असमानता न हो। यह प्रक्रिया राज्य में युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

Leave a Comment

Join WhatsApp Channel